मशहूर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की अब तक की सबसे ज्यादा विवादों में रही फिल्म पद्मावत आखिरकार गुरुवार को रिलीज़ हो ही गयी | हालाँकि संजय लीला भंसाली के तमाम प्रयासों के बावजूद ये फिल्म पुरे देश में एक साथ रिलीज़ होने में नाकाम रही | ये फिल्म गुरवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और गुजरात के अलावा पुरे देश में रिलीज़ हुई |
राजपूत समाज को क्यों है पद्मावत फिल्म से नाराजगी
दरअसल राजपूत समाज और करणी सेना को पद्मावत फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार का जो चित्रण किया गया है उससे जबरदस्त नाराजगी थी और उन्होंने इन राज्यों की सरकारों को आड़े हाथो लेते हुए साफ़ साफ़ कहा था की अगर प्रदेश में पद्मावत की स्क्रीनिंग हुई तो वो फिल्म थिएटर में पद्मावत फिल्म को रिलीज़ नहीं होने देंगे |
राजपूत समाज और करणी सेना के अनुसार संजय लीला भंसाली ने फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार को गलत तरीके से पेश कर राजपूत समाज की भावनाओ को ठेस पहुंचाई है | उन्होंने रानी पद्मावती के जोहर जो की राजपूत समाज के इतिहास के पन्नो में में साफ साफ लिखा हुआ है उससे छेड़छाड़ करने की कोशिश की है और इसलिए राजपूत समाज नहीं चाहता की समाज में रानी पद्मावती की छवि धुमिल हो |
इसके अलावा राजपूत समाज को फिल्म में कथित तौर पर इस्तेमाल किये रानी पद्मावती के सपने वाले दृश्य से भी आपति थी जिसमे वो अलाउद्दीन खिलजी को देखती है | इसके इस फिल्म की पटकथा में पहले रानी पद्मिनी और अलाउद्दीन खिलजी के प्रेम सम्बन्धी दृश्यों से भी आपत्ति थी.
फिल्म का नाम बदला पर नाराजगी जस की तस
हालाँकि संजय लीला भंसाली ने फिल्म का नाम “पद्मावती” जो की पहले रानी पद्मावती के नाम पर था से बदल कर “पद्मावत” राजपूत समाज में भड़की चिंगारी को शांत करने का प्रयास किया लेकिन वो पूरी तरह विफल रहा | “पद्मावत” नाम रखने के पीछे भंसाली की सोच थी की शायद फिल्म का नाम बदल देने से राजपूत समाज फिल्म को केवल रानी पद्मावती से रिलेट नहीं करेगा पर ये सोच तब धराशायी हो गयी जब राजपूत समाज ने अपने विरोध को वापस लेने से साफ़ इंकार कर दिया | उनका कहना था की नाम बदल देने से फिल्म में रानी पद्मावती की गरिमा के साथ इतिहास से जो छेड़छाड़ की गयी है वो नहीं बदलेगी | आपको बताते चले की रानी पद्मावती पर मालिक मोहम्मद जायसी के द्वारा लिखा गया महाकव्य है जो की इतिहास में काफी प्रचलित है और इसमें रानी पद्मावती की अपनी इज्जत को अलाउद्दीन खिलजी से बचाने के लिए की गयी जोहर गाथा का वर्णन है |
राजपूत समाज का विरोध कब शुरू हुआ
राजपूत समाज के विरोध तब शुरू हुआ था जब संजय लीला भंसाली ने पिछले वर्ष फिल्म पद्मावती की शूटिंग फिल्म के सितारों दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर, और रणबीर सिंह के साथ जयपुर में शुरू की | इस फिल्म के सेट पर ही करणी सेना के कार्यकर्ताओ ने संजय लीला भंसाली को सरे आम थप्पड़ जड़ दिया था और तब ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था | आप सभी इस पुरे मामले पर क्या विचार रखते है कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरुर रखे |
Original Source: http://hindi.socialsach.com/know-what-bhansalis-padmavat-have-so-much-debatable/
Visit more @ http://hindi.socialsach.com/
Comments
Post a Comment